स्वस्थ और चमकती हुई त्वचा अक्सर पूरे शरीर के स्वास्थ्य का दर्पण होती है । त्वचा की समस्याएं अक्सर आंतरिक स्वास्थ्य समस्याओं के कारण होती हैं जो किसी व्यक्ति के समग्र स्वास्थ्य को प्रतिबिंबित करती हैं। त्वचा की समस्याएं आमतौर पर
- एलर्जी के कारण या
- हार्मोन में असंतुलन हो जाने से या कुपोषण अथवा
- निर्जलीकरण के कारण होते हैं।
एलोपैथी चिकित्सा में, त्वचा की समस्याओं के इलाज के लिए, ज्यादातर सामयिक क्रीम का इस्तेमाल किया जाता है। होम्योपैथी सामयिक क्रीम के इलाज को गलत नहीं समझता लेकिन क्रीम से त्वचा पर तत्काल असर हो सकता है, हमेशा के लिए समाधान नहीं हो सकता जबकि होम्योपैथी रोग के जड़ को हीं ख़त्म कर देता है जिससे उस रोग के दुबारा पनपने की संभावना बहुत कम रहती है। एलोपैथी चिकित्सा में रोग दब जाता है जो शरीर में अन्य विकार पैदा कर सकता है।
होम्योपैथी चिकित्सा में लक्षण को समझकर पूरे शरीर का इलाज किया जाता है जिससे की शरीर का पूरा तंत्र संतुलित रूप में काम करने लगे। होम्योपैथी मुँहासे, एक्जिमा, घावों, हाइव्स, सोरियासिस , चकत्ते, दाद इत्यादि जैसे त्वचा की बीमारियों को ठीक करने में बहुत हीं प्रभवकारी माना जाता है। होम्योपैथिक उपचार से आप स्वस्थ और तेजपूर्ण त्वचा पा सकते हैं।
मुँहासे के लिए होम्योपैथिक उपचार
एंटीमोनिअम टरटारिकम , बेलाडोना , केलकेरिया कार्बोनिका , हेपर सल्फ , पूल्सातिला , सीलीसिया , सल्फर इत्यादि कुछ ऐसे होम्योपैथिक उपचार हैं जो मुँहासे के इलाज में बहुत हीं उपयोगी होते हैं। इनमें से प्रत्येक मुँहासे के उपचार के लिए विभिन्न कारणों से उपयोगी माने जाते हैं। इसलिए आपके मुँहासे के लिए सबसे अच्छा विकल्प कौन होगा इसके लिए बेहतर है कि आप एक होम्योपैथिक चिकित्सक से परामर्श करें।
एक्जिमा के लिए होम्योपैथिक उपचार
जीर्ण एवं एलर्जी के प्रति सवेदनशील त्वचा के उपचार के लिए कई होम्योपैथिक औषधियां प्रभावी एवं कारगर होती है। आरुम ट्राईफाइलम , आरसेनिक्म एल्बम, ग्रेफाईट्स , मेंजेऋअम , पेट्रोलियम, और रस टोक्सीकोडेनड्रोन एक्जिमा में आमतौर पर उपचार के रूप में इस्तेमाल किये जाते हैं। इनमें से प्रत्येक औषधि एक्जिमा के विभिन्न लक्षणों में उपचार के रूप में कारगर सिद्ध होते हैं। अन्य होम्योपैथिक औषधियां जो एक्जिमा के उपचार के लिए प्रभावी हो सकती हैं वे एंटीमोनिअम क्रूडम, केलकेरिया कार्बोनिका , हेपर सल्फ्यूरिस केलकेरिअम और सल्फर इत्यादि हैं।
तैलीय त्वचा के लिए होम्योपैथिक उपचार
मरक्युरिअस, नेट्रिंअम मूर वैसे व्यक्तियों के लिए उपयोगी होते हैं जिनकी त्वचा तैलीय होती है। ऐनाकारडियम ओ सी सी, एंटीमोनिअम क्रूड, तीखा एंटीमोनिअम, आर्निका , आरसेनिक्म एल्बम, बेलाडोना , कौस्तिकम, डुलकमारा , हेमामेलिज , फाईटोलाक्का, पूल्सातिला , रस टक्स इत्यादि कुछ ऐसी औषधियां हैं जिनका आमतौर पर त्वचा विकारों के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
सावधानी : होम्योपैथिक के द्वारा स्व उपचार करना प्रभावी हो सकता है, लेकिन त्वचा की समस्या या अन्य कोई समस्या लम्बे समय तक चलती जा रही हो या बार-बार उत्पन्न हो जाती हो तो किसी पेशेवर होम्योपैथिक चिकित्सक से परामर्श लें, ताकि वे अच्छी तरह से आपकी समस्या को समझकर ऐसी औषधि दें, जिससे आपकी समस्या दूर होने के साथ-साथ आपका पूरा सिस्टम भी संतुलित हो जाये।
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