बालों को झडऩे से रोकने के लिए कुछ खास नुस्खे
बालों का झडऩा ऐसी समस्या है, जो किसी को भी तनाव में डाल सकती है। आज हर दूसरे व्यक्ति को बालों की समस्या से जूझना पड़ता है। अगर आप भी इस समस्या से परेशान हैं तो नीचे दिए आयुर्वेदिक फंडे एक बार जरूर अपनाएं।
- नारियल के तेल में कपूर मिलाएं और यह तेल अच्छी तरह बालों में तथा सिर पर लगाएं। कुछ ही दिनों डेंड्रफ की समस्या से राहत मिलेगी।
- सामान्यत: सभी के यहां शहद आसानी से मिल जाता है। शहद के औषधीय गुण सभी जानते हैं। शहद की तासीर ठंडी होती है और यह कई बीमारियों को दूर करने में सक्षम है। शहद से बालों का झडऩा भी रोका जा सकता है।
- बाल झड़ते हैं तो गरम जैतून के तेल में एक चम्मच शहद और एक चम्मच दालचीनी पाउडर का पेस्ट बनाएं। नहाने से पहले इस पेस्ट को सिर पर लगा लें। 15 मिनट बाद बाल गरम पानी से सिर को धोएं। ऐसा करने पर कुछ ही दिनों बालों के झडऩे की समस्या दूर हो जाएगी।
-दालचीनी और शहद के मिश्रण काफी कारगर रहता है। आयुर्वेद के अनुसार इनके मिश्रण से कई बीमारियों का इलाज किया जा सकता है। त्वचा और शरीर को चमकदार और स्वस्थ बनाए रखने के लिए इनका उपयोग करना चाहिए।
- नियमित रूप से नारियल पानी पीएं। अमरबैल को नारियल तेल में उबालकर बालों में लगाएं।
- अमरबैल डालकर नहाने के लिए पानी उबाले और उसे उबालकर एक चौथाई करके सिर में डालें।
स्त्रोत :
दैनिक भास्कर, धर्मडेस्क. उज्जैन | Aug 29, 2012,
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परेशान हैं बालों के झडऩे से- वागीशा कंटेंट कंपनी
बालो का झडऩा अब किसी खास उम्र में शुरु होता होने जैसा नहीं है। आजकल के युवा इससे सबसे ज्यादा परेशान हो रहे हैं, वह असमय ही गंजे होने की स्थिति में हैं। बाल झडऩे की बड़ी वजह अनियमित जीवनशैली और प्रदूषण मानी जाती है। हालांकि कई बार इसके पीछे अनुवांशिक कारण भी होते हैं।
गंजेपन के कारण
लम्बे रोग जैसे- टायफाइड, जुकाम, साइनस तथा खून की कमी आदि।
बालों के प्रति लापरवाह, तनाव, कब्ज रहना, नींद न आने के कारण
कैसे दूर हो समस्या
1. अपने भोजन में सब्जियां, सलाद, मौसमी फल, अंकुरित अन्न का सेवन अधिक मात्रा में करना चाहिए। जंक फूड के बजाय घर का पौष्टिक भोजन करें। पानी भरपूर मात्रा में पिएं।
2. बालों को जब भी शैंपू करें, उंगलियों के पोरों से हल्के-हल्के मसाज करें। ऐसा करने से आपके सिर का ब्लड सर्कुलेशन बढ़ेगा।
3. एंटी डैंड्रफ शैंपू का ज्यादा प्रयोग न करें, क्योंकि इससे सिर की नेचुरल नमी खत्म हो जाती है।
4. गंदे बालों पर जैल या कोई हेयर स्प्रे न करें। इससे बालों को नुकसान हो सकता है। अगर बाल कमजोर हैं तो उन्हें स्ट्रेट, कर्ली नहीं करवाना चाहिए। उन पर जैल या हेयर कलर भी नहीं करना चाहिए क्योंकि इन उत्पादों में रसायन मिले होते हैं। ये बालों को धीरे-धीरे खराब कर देते हैं।
5. हर समय कैप न पहनें। इससे पसीना, कीटाणु और गंदगी सिर के किनारों पर जम जाती है। बालों की जड़ों को नुकसान होता है और बाल गिरने शुरू हो जाते हैं।
6. गीले बालों में कंघा न करें, दिन में तीन-चार बार कंघा करें। ऐसा करने से बालों में जमीं तेल की चिपचिपाहट दूर होंगी और नए बाल उगने में मदद मिलेगी।
7. सिर पर तेल से मसाज करें। आप सरसों और जैतून के तेल को बराबर मात्रा में मिला कर बालों में हल्के-हल्के उंगलियों के पोरों से मसाज करें। मसाज करने के बाद तौलिये को गर्म पानी में भिगोएं फिर उसे निचोडक़र सिर को भाप दें। इससे सिर की त्वचा के रोमछिद्र खुल जाते है और तेल बालों की जड़ों के अंदर तक समा जाता है। इससे आपके बाल मजबूत होंगे।
8. आपको लगे कि गंजेपन की शुरुआत होने लगी है तो बालों को छोटा करवा लें।
इसके अलावा बालों के लिए कुछ घरेलू उबटन भी बना कर लगा सकते है।
1 अंडे की जर्दी को बालों में लगाएं और आधे घंटे बाद शैंपू से बालों को धो लें। ऐसा सप्ताह में एक बार करें, आपके बाल मजबूत होंगे।
अपने सिर को दही से धोएं और थोड़ी देर बाद बथुए के पानी से दोबारा सिर धोएं। ऐसा करने से गंजेपन की समस्या दूर होगी।
रात में मेथी के बीजों को पानी में भिगो दें और सुबह इन्ह पीसकर लेप बनाकर बालों पर लगा लें। ऐसा कुछ दिनों में नए बाल उगने लगेंगे।
समय रहते यदि आप अपने झडते बालों में उपरोक्त बातें ध्यान में रखकर उपाय करेंगें तो आपको कम उम्र में गंजेपन की समस्या का सामना नहीं करना पडेगा और आपके बाल मजबूत, घने और चमकदार रहेंगे। यदि आपको बालो संबंधी कोई समस्या हो तो सबसे पहले हेयर एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।
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झड़ते बाल-जानें कारण और निवारण
लंबी बीमारी, बड़ी शल्य क्रिया अथवा गंभीर संक्रमण जैसे बड़े शारीरिक तनाव से दो या तीन महीने के बाद बालों का झडऩा एक सामान्य प्रक्रिया है. हार्मोन स्तर में आकस्मिक बदलाव के बाद भी यह हो सकता है, विशेषकर स्त्रियों में शिशु को जन्म देने के बाद यह हो सकता है. साधारण तरीके से बाल झड़ते रहते हैं किन्तु गंजापन दिखाई नहीं देता है.
दवाईयों का प्रभाव
बालों का झडऩा कुछेक औषधियों के खाने के कारण हो सकता है और यह अचानक पूरे सिर पर प्रभावी हो सकता है.
चिकित्सकीय बीमारी के लक्षण
बालों का झडऩा चिकित्सा बीमारी का लक्षण हो सकता है जैसे कि अवटुग्रंथि(थाइरॉयड) विकृति, सेक्स हार्मोन में असंतुलन या गंभीर पोषाहार समस्या विशेषकर प्रोटीन, लौह, जस्ता या बायोटीन की कमी. यह कमी खान-पान में परहेज करने वालों और जिन महिलाओं को मासिक धर्म में बहुत ज्यादा रक्त स्राव होता है उनमें यह आम है.
सिर की त्वचा (खोपड़ी)
इसमें फफूंद-खोपड़ी में जब विशेष प्रकार की फफूंद से संक्रमण हो जाता है तो बीच बीच में बाल झडऩे लगते हैं. बच्चों में आमतौर पर बीच-बीच के बाल झडऩे का संक्रमण पाया जाता है.
वंशानुगत गंजापन
पुरुषों में जिस प्रकार बाल झड़ते रहते हैं अर्थात मांग से बालों का झडऩा और/या सिर के ऊपर से बालों का झडऩा, उसी प्रकार इसमें भी पुरुषों के बाल झड़ते हैं. इस प्रकार बालों का झडऩा आम है और यह किसी भी समय यहां तक कि किशोरावस्था में भी आरंभ हो सकता है. इसके मुख्यत: तीन कारण हैं-वंशानुगत गंजापन, पुरुष हार्मोन और बढ़ती हुई आयु. महिलाओं में, सिर के आगे के भाग को छोडक़र पूरे हिस्से के बाल झडऩे लगते हैं.
लक्षण
सामान्यत: हमारे लगभग 50 से 100 बाल हर दिन झड़ते हैं. यदि इससे ज्यादा बाल झड़ते हैं, तो यह चिंता का विषय है. यह भी देखा जा सकता है कि बाल पतले होने लगते है और एक या अधिक जगह पर गंजापन आ जाता है.
रोकथाम
तनाव कम कर, उचित आहार लेकर, बाल संवारने की उचित तकनीक अपनाकर और यदि संभव हो तो बालों को झडऩे से रोकनेवाली दवाइयों का उपयोग कर बालों के झडऩे की समस्या को रोका जा सकता है. फफूंद संक्रमण की वजह से बालों को झडऩे की समस्या को बालों की सफाई पर ध्यान देकर, दूसरों के ब्रश, कंघी, टोपी आदि का उपयोग न कर बचा जा सकता है. दवाइयों की सहायता से वंशानुगत गंजेपन के कुछ मामलों को रोका जा सकता है.
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आजकल हर दूसरे व्यक्ति को बाल झडऩे की समस्या से जूझना पड़ रहा है।बालों के बहुत अधिक झडऩे के एक नहीं कई कारण हो सकते हैं। जैसे शरीर में होने वाली पोषक तत्वों की कमी, प्रदूषण, तनाव आदि। अगर आप भी बालों के झडऩे से परेशान हैं और इलाज करवाकर या शैम्पू बदलकर थक चुके हैं तो नीचे लिखे आयुर्वेदिक नुस्खों को जरूर आजमाकर देखें।
कब्ज भी बाल झडऩे का एक कारण है। इसलिए कोशिश करें कि आपका पेट साफ रहे।
- अगर आप नशीले पदार्थों का सेवन या धुम्रपान करते हैं तो बंद कर दें। बाल झडऩा जल्द ही कम हो जाएंगे।
- अधिक से अधिक पानी पीएं और चाय व कॉफी का सेवन कम कर दें।
- आयुर्वेद में बालों की मालिश को आवश्यक माना गया है। ऐसे में नारियल तेल या बादाम के तेल से सिर की अच्छी तरह से मालिश करनी चाहिए।
- सरसो के तेल में मेहंदी की पत्तियां डालकर गर्म करें। ठंडा कर के बालों में लगाएं, इससे बालों का झडऩा रूक जाएगा।
- गरम जैतून के तेल में एक चम्मच शहद और एक चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाकर उनका पेस्ट बनाएं। नहाने से पहले इस पेस्ट को सिर पर लगा लें और कुछ समय बाद सिर धो लें।
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एलोवेरा का ऐसे उपयोग करेंगे तो बाल नहीं झड़ेंगे
पतले बाल या गंजापन आजकल एक बहुत आम समस्या है।अक्सर दवाईयों के रिएक्शन्स, ठीक से देखभाल न करने, फंगल इंफेक्शन या पोषक तत्वों की कमी के कारण बाल झडऩे या गंजेपन की समस्या सताने लगती है। अगर आप भी बालों के बहुत अधिक झडऩे, गंजेपन या रूखेपन से परेशान हैं तो ऐलोवरा का उपयोग करें। एलोवेरा या घृतकुमारी को आयुर्वेद में संजीवनी कहा गया है। ऐलोवेरा एंटीबायोटिक और एंटीसेप्टिक गुणों से भरपूर है। एलोवेरा का जूस व जेल भी लाभदायक माना जाता है। ऐलोवरा में कई रोगों के निवारण गुण कूट-कूट कर भरे हैं। जलने पर, अंग कहीं से कटने पर, अंदरूनी चोटों पर एलोवेरा अपने एंटी बैक्टेरिया और एंटी फंगल गुण के कारण घाव को जल्दी भरता है।
यह रक्त में शर्करा के स्तर को बनाए रखता है। बवासीर, डायबिटीज, गर्भाशय के रोग, पेट की खराबी, जोड़ों का दर्द, त्वचा की खराबी, मुंहासे, रूखी त्वचा, धूप से झुलसी त्वचा, झुर्रियों, चेहरे के दाग-धब्बों, आंखों के काले घेरों, फटी ए़िड़यों के लिए यह लाभप्रद है। एलोवेरा बालों के लिए संजीवनी के समान काम करता है। एलोवेरा के फायदे बहुत हैं। यह ना सिर्फ आपके बालों को खूबसूरत और चमकदार बनाता है बल्कि बालों की जड़ों को मजबूत करता है और बालों में जान डालने के लिए भी कारगर है। बालों को खूबसूरत बनाने के लिए एलोवरा जेल को सिर में लगाएं और आधे घंटे रखने के बाद सिर धो लें या आप एलोवेरा से बने शैम्पू व कंडिशनर का उपयोग भी कर सकते हैं। एलोवेरा जेल से बालों में चमक तो आती ही है साथ ही बालों की जड़े मजबूत होती हैं व गंजेपन व बहुत अधिक बाल झड़ने की समस्या भी समाप्त हो जाती है।
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