अरुचि (Distaste)
पाचन क्रिया की विकृति से भोजन में अरुचि होना स्वाभाविक है। अरुचि होने पर स्वादिष्ट भोजन करने पर भी स्वाद नहीं आता है। विभिन्न स्वादिष्ट पकवान सामने देखकर भी उन्हें खाने की इच्छा नहीं होती है।
उत्पत्तिःभोजन में अरुचि की विकृति अनेक कारणों से हो सकती है। स्त्री-पुरुष जब कोष्ठबद्धता (कब्ज) के शिकार होते हैं तो भोजन में अरुचि होने लगती है।
अजीर्ण, अम्लपित्त, यकृत वृद्धि, आध्मान (अफरा), कमला, जलोदर और रक्ताल्पता (एनीमिया) रोग होने पर भी भोजन के प्रति अरुचि हो जाती है।
अधिक चटपटे, उष्ण मिर्च-मसाले व अम्लीय रस से बने खाद्य पदार्थो का अधिक मात्रा में सेवन करने से पाचन क्रिया विकृत होने पर भोजन में अरुचि होती है।
कोष्ठबद्धता में आंत्रों में अधिक पुरीष (मल) एकत्र हो जाता है और ऐसे में कुछ खाने की इच्छा नहीं होती है। अरुचि के कारण रोगी भोजन की सुगंध से भी घृणा करता है।
लक्षणः रोगी को भूख नहीं लगती है। जब भूख नहीं लगती तो कुछ खाने की इच्छा नहीं होती। ऐसे में रोगी को कुछ आग्रहपूर्वक खिलाया जाए तो उसे स्वाद नहीं आता। एक-दो बार खाकर उस खाद्य को छोड़ देता है। रोगी उदर में भारीपन अनुभव करता है। रोगी को जबरदस्ती खिलाया जाए तो उसे उबकाई आने लगती है। भोजन के प्रति अरुचि होने के कारण रोगी दिन-ब-दिन निर्बल होता जाता है। रोगी को खट्टी डकारें आती हैं। रोगी बहुत थकावट अनुभव करता है।
क्या खाएं?
- * नीबू की शिकंजी बनाकर, उसमें एक लौंग और 5 काली मिर्च का चूर्ण मिलाकर दिन में दो बार पीने से अरुचि नष्ट होती है।
- * अदरक दिन में दो बार पीने से अरुचि नष्ट होती है।
- * अदरक को बहुत बारीक काटकर नीबू के रस में डालकर रखें। दो-तीन घंटे बाद उसमें सेंधा नमक मिलाकर खाने से अरुचि नष्ट होती है। भूख अधिक लगती है।
- * जमुन व फालसों में सेंधा नमक मिलाकर खाने से अरुचि नष्ट होती है।
- * संतरे के रस में सेंधा नमक व काली मिर्च का चूर्ण मिलकर पिएं।
- * अनार का रस 50 ग्राम, मधु 10 ग्राम और काला नमक 5 ग्राम मिलाकर धीरे-धीरे पीने से अरुचि नष्ट होती है।
- * टमाटर काटकर काली मिर्च का चूर्ण और सेंधा नमक मिलाकर खाने से अरुचि नष्ट होती है।
- * टमाटर का सूप बनाकर पीने से बहुत लाभ होता है। रक्ताल्पता में अरुचि होने पर सूप का अधिक सेवन करना चाहिए।
- * आंवले और मुनक्के को 10-10 ग्राम मात्रा में लेकर, पीसकर मुंह में रखकर रस चूसने से अरुचि नष्ट होती है।
- * खजूर को नीबू के रस के साथ पीसकर, चटनी बनाकर खाने से अरुचि नष्ट होती है।
- * प्याज, मूली, खीरा, चुकंदर का सलाद बनाकर नीबू का रस, सेंधा नमक व काली मिर्च का चूर्ण मिलाकर खाएं।
- * हरे धनिए, पोदीने, टमाटर, अनारदाने, काली मिर्च, जीरा, सेंधा नमक की चटनी बनाकर खाने से अरुचि नष्ट होती है।
- * गजर के रस में काली मिर्च का चूर्ण और हल्का-सा सेंधा नमक मिलाकर पीने से भी अरुचि नष्ट होती है।
- * कोष्ठबद्धता के कारण अरुचि उत्पन्न होने पर पपीता काटकर, काली मिर्च का चूर्ण, सेंधा नमक व नीबू का रस मिलाकर खांए।
क्या न खाएं?
- * उष्ण मिर्च-मसाले व अम्ल रसों से बने खाद्य पदार्थों का सेवन न करें।
- * प्रतिदिन सुबह-शाम किसी पार्क में भ्रमण के लिए अवश्य जांए।
- * घी, तेल से बने पकवानों का सेवन न करें।
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