Wednesday, February 25, 2015
पथरी का इलाज आयुर्वेदिक तथा होम्योपैथिक
दोस्तों पथरी आजकल की आम समस्या हो गयी हैं जिसका इलाज भी हमारे घर आंगन में ही हैं लेकिन हमारी मानसिकता हो गयी हैं डोक्टर के पास भागने की । ये पोधा हैं पथर चट्टा का जिसे पाखाण भेद भी कहते हैं जिसका अर्थ हैं पथर को तोड़ने वाला । इसके 3 पतो को सुबह व् शाम को खाली पेट 20 से 25 दिन सेवन करने से पत्थरी टूट कर निकल जाती हैं । आयुर्वेद अपनाये स्वस्थ्य बचाए।
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होमियोपेथी इलाज ! राजीव दीक्षित Rajiv Dixit
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अब होमियोपेथी मे एक दवा है ! वो आपको किसी भी होमियोपेथी के दुकान पर मिलेगी उसका नाम हे BERBERIS VULGARIS ये दवा के आगे लिखना है MOTHER TINCHER ! ये उसकी पोटेंसी हे|
वो दुकान वाला समझ जायेगा| यह दवा होमियोपेथी की दुकान से ले आइये|
(ये BERBERIS VULGARIS दवा भी पथरचट नाम के पोधे से बनी है बस फर्क इतना है ये dilutions form मे हैं पथरचट पोधे का botanical name BERBERIS VULGARIS ही है )
अब इस दवा की 10-15 बूंदों को एक चौथाई (1/ 4) कप गुण गुने पानी मे मिलाकर दिन मे चार बार (सुबह,दोपहर,शाम और रात) लेना है | चार बार अधिक से अधिक और कमसे कम तीन बार|इसको लगातार एक से डेढ़ महीने तक लेना है कभी कभी दो महीने भी लग जाते है |
इससे जीतने भी stone है ,कही भी हो गोलब्लेडर gall bladder )मे हो या फिर किडनी मे हो,या युनिद्रा के आसपास हो,या फिर मुत्रपिंड मे हो| वो सभी स्टोन को पिगलाकर ये निकाल देता हे|
99% केस मे डेढ़ से दो महीने मे ही सब टूट कर निकाल देता हे कभी कभी हो सकता हे तीन महीने भी हो सकता हे लेना पड़े|तो आप दो महिने बाद सोनोग्राफी करवा लीजिए आपको पता चल जायेगा कितना टूट गया है कितना रह गया है | अगर रह गया हहै तो थोड़े दिन और ले लीजिए|यह दवा का साइड इफेक्ट नहीं है |
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ये तो हुआ जब stone टूट के निकल गया अब दोबारा भविष्य मे यह ना बने उसके लिए क्या??? क्योंकि कई लोगो को बार बार पथरी होती है |एक बार stone टूट के निकल गया अब कभी दोबारा नहीं आना चाहिए इसके लिए क्या ???
इसके लिए एक और होमियोपेथी मे दवा है CHINA 1000|
प्रवाही स्वरुप की इस दवा के एक ही दिन सुबह-दोपहर-शाम मे दो-दो बूंद सीधे जीभ पर डाल दीजिए|सिर्फ एक ही दिन मे तीन बार ले लीजिए फिर भविष्य मे कभी भी स्टोन नहीं बनेगा|
Source : http://be-swdeshi-buy-swdeshi.blogspot.in/2015/02/blog-post_20.html
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ये पथरी की दवा है-
SATURDAY, SEPTEMBER 25, 2010
अगर आपके शरीर में पथरी नहीं बनी है या आप एक बार पथरी का आपरेशन करा चुके हैं तो वह तरीका जरूर अपनाएं, किन्तु अगर शरीर में पथरी है तो उसकी दवा----
एक ग्राम इन्द्रायण की जड़ का चूर्ण और एक ग्राम मूसली का चूर्ण लीजिये. उसे थोड़ा पानी डाल कर खूब मिलाइए जब पेस्ट अच्छी तरह बन जाए तो उस पेस्ट को पूरे एक गिलास पानी में अच्छी तरह मिलाइए और पी जाइए, सात दिनों तक पीना है पथरी गल के शरीर से बाहर हो जाएगीए लेकिन आप शुरुआत आधे—आधे ग्राम चूर्ण से कीजिए तो ज्यादा अच्छा रहेगा.
इस दवा को शुरू करने से पहले पंद्रह दिनों तक अश्वगंधा का चूर्ण खा लेते हैं तो थोड़ा अच्छा लगेगा.
http://merasamast.blogspot.in/2010/09/blog-post_25.html
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किडनी, युरेटर या ब्ला्डर, में पथरी निर्माण होना एक भयंकर पीडादायक रोग है। मूत्र में पाये जाने वाले रासायनिक पदार्थों से मूत्र अन्गों में पथरी बनती है,जैसे युरिक एसिड,फ़स्फ़ोरस केल्शियम और ओ़क्झेलिक एसिड। जिन पदार्थों से पथरी निर्माण होती है उनमें केल्शियम ओक्झेलेट प्रमुख है। लगभग 90 प्रतिशत पथरी का निर्माण केल्शियम ओक्झेलेट से होताहै। गुर्दे की पथरी( kidney stone) का दर्द आमतौर पर बहुत भयंकर होता है। रोगी तडफ़ उठता है। पथरी जब अपने स्थान से नीचे की तरफ़ खिसकती है तब यह दर्द पैदा होताहै। पथरी गुर्दे से खिसक कर युरेटर और फ़िर युरिन ब्लाडर में आती है। पेशाब होने में कष्ट होता है,उल्टी मितली,पसीना होना और फ़िर ठड मेहसूस होना ,ये पथरी के समान्य लक्छण हैं।नुकीली पथरी से खरोंच लगने पर पेशाब में खून भी आता है। इस रोग में पेशाब बार-बार थोडी मात्रा में तकलीफ़ के साथ आता है। रोग के निदान के लिये सोनोग्राफ़ी करवाना चाहिये। वैसे तो हर्बल औषधियों से 20-25 एमएम तक की पथरियां बाहर निकल जाती है, लेकिन 4-5 एम एम तक की पथरी घरेलू नुस्खों के प्रयोग से समाप्त हो सकती हैं। मैं ऐसे ही कुछ सरल नुस्खे यहां प्रस्तुत कर रहा हूं।

1) तुलसी के पत्तों का रस एक चम्मच एक चम्मच शहद में मिलाकर जल्दी सबेरे लें। ऐसा ५-६ माह तक करने से छोटी पथरी निकल जाती है।
2) मूली के पत्तों का रस 200 एम एल दिन में 2 बार लेने से पथरी रोग नष्ट होता है।

3) दो अन्जीर एक गिलास पानी मे उबालकर सुबह के वक्त पीयें। एक माह तक लेना जरूरी है।
4) नींबू के रस में स्टोन को घोलने की शक्ति होती है। एक नींबू का रस दिन में 1-2 बार मामूली गरम जल में लेना चाहिये।
5) पानी में शरीर के विजातीय पदार्थों को बाहर निकालने की अद्भुत शक्ति होती है। गरमी में 5-6 लिटर और सर्द मौसम में 3-4 लिटर जल पीने की आदत बनावें।
6) दो तीन सेवफ़ल रोज खाने से पथरी रोग में लाभ मिलता है। ।

7) तरबूज में पानी की मात्रा ज्यादा होती है। जब तक उपलब्ध रहे रोज तरबूज खाएं। तरबूज में पुरुषों के लिये वियाग्रा गोली के समान काम- शक्ति वर्धक असर भी पाया गया है।
8) कुलथी की दाल का सूप पीने से पथरी निकलने के प्रामाण मिले है। 20 ग्राम कुलथी दो कप पानी में उबालकर काढा बनालें। सुबह के वक्त और रात को सोने से पहिले पीयें।

9) शोध में पाया गया है कि विटमिन बी६ याने पायरीडोक्सीन के प्रयोग से पथरी समाप्त हो जाती है और नई पथरी बनने पर भी रोक लगती है। 100 से 150 एम जी की खुराक कई महीनों तक लेने से पथरी रोग का स्थायी समाधान होता है।

10) अंगूर में पोटेशियम और पानी की अधिकता होने से गुर्दे के रोगों लाभदायक सिद्ध हुआ है। इसमें अल्बुमिन और सोडियम कम होता है जो गुर्दे के लिये उत्तम है।
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11) गाजर और मूली के बीज 10-10 ग्राम, गोखरू 20 ग्राम, जवाखार और हजरूल यहूद 5-5 ग्राम लेकर पावडर बनालें और 4-4 ग्राम की पुडिया बनालें। एक खुराक प्रत: 6 बजे दूसरी 8 बजे और तीसरी शाम 4 बजे दूध-पानी की लस्सी के साथ लें। जरूर फ़ायदा होगा।

12) पथरी को गलाने के लिये चौलाई की सब्जी गुणकारी है। उबालकर धीरे-धीरे चबाकर खाएं। दिन में 3-4 बार यह उपक्रम करें।

13) बथुआ की सब्जी आधा किलो लें। इसे 800 मिलि पानी में उबालें। अब इसे कपडे या चाय की छलनी में छान लें। बथुआ की सब्जी भी भी इसमें अच्छी तरह मसलकर मिलालें। काली मिर्च आधा चम्मच और थोडा सा सेंधा नमक मिलाकर पीयें। दिन में 3-4 बार प्रयोग करते रहने से गुर्दे के विकार नष्ट होते हैं और पथरी निकल जाती है।
14) प्याज में पथरी नाशक तत्व होते हैं। करीब 70 ग्राम प्याज को अच्छी तरह पीस कर या मिक्सर में चलाकर पेस्ट बनालें। इसे कपडे से निचोडकर रस निकालें। सुबह खाली पेट पीते रहने से पथरी छोटे-छोटे टुकडे होकर निकल जाती है।
15) सूखे आंवले बारीक पीसलें। यह चूर्ण कटी हुई मूली पर लगाकर भली प्रकार चबाकर खाने से कुछ ही हफ़्तों में पथरी निकलने के प्रमाण मिले हैं।
16) स्टूल पर चढकर 15-20 बार फ़र्श पर कूदें। पथरी नीचे खिसकेगी और पेशाब के रास्ते निकल जाएगी। निर्बल व्यक्ति यह प्रयोग न करें।
Pathri Ka ilaj Ayurvedic upchar in Hindi 51 Nuskhe
ReplyDeleteThanks for sharing remedy for kidney stone. In addition try some herbal supplement in the form of pills for eliminating kidney stone.It is also very effective. visit http://www.hashmidawakhana.org/natural-treatment-for-kidney-stones.html
ReplyDeleteVery informative post. Herbal treatment treats the cause of kidney stone.It flushes kidney stone painlessly. It is suitable and effective.
ReplyDeleteThanks for sharing very useful remedies. Consider taking herbal supplement for removing kidney stone. It stops the formation of kidney stone again. It has no ill health effects.
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