- निहालचंद जैन
नींबू में उपयोगिता का अक्षय भंडार है। जापान के एक प्रसिद्ध आहार शास्त्री का नीबू के लिए कथन है- 'घर में यह हमारा सेवक है, समाज के लिए उच्च कोटि का वैद्य है और समूचे राष्ट्रीय जीवन के लिए यह बहुत बड़ा वैज्ञानिक है।' एक से अधिक किस्म के नींबू भारत में पाए जाते हैं। प्रत्येक किस्म के नींबू में साइट्रिक अम्ल और प्राकृतिक लवण-पोटाश और फास्फोरस मुख्य रूप से होते हैं।
ये लवण रक्त की अम्लता को दूर कर उसे क्षारत्व देते हैं और रक्त को शुद्ध करते हैं। इस प्रकार सभी रोगों को हरने में मददगार होने से नींबू को औषधि समझा जाता है। वैसे तो लगभग सभी फलों में यह गुण न्यूनाधिक मात्रा में होता है, पर नींबू में अधिक होने के कारण और प्रायः सालभर मिलते रहने के कारण उसका महत्व अधिक है।
नींबू अपच एवं पेट के अन्य विकारों में भी सुधार करता है। यह स्कर्वी रोग की विशेष दवा है। नींबू कच्ची-पकी तरकारियों का स्वाद बढ़ाता है। केले, सेब के टुकड़ों पर डालने से उनका रंग नहीं बदलता-या बिगड़ता एवं उनका स्वाद बढ़ जाता है। सर्दी लगने पर सोते समय गर्म पानी में नींबू मिलाकर पीने से फायदा होता है। कई बार ऐसा प्रयोग करने से पुराने जुकाम में भी लाभ होता है।
कब्ज+रक्तचाप : नींबू का प्रयोग कब्ज दूर करने में और रक्तचाप की समस्या को भी दूर करने में मददगार बताया जाता है।
अधिक खाँसी या दमा : अधिक खाँसी या दमा जोर पर हो उस समय शहद और उसका चौथाई भाग नीबू का रस मिलाकर लेने से तुरंत आराम होता है।
एनीमा : नींबू के पानी का एनीमा, सादे पानी के एनीमा की तुलना में ज्यादा प्रभावी होता है तथा कई विकारों को दूर करता है।
चर्म रोगों : नींबू त्वचा के रोग, मसूड़ों की सूजन, गले की खराश, टॉंसिल के रोगों में भी लाभ करता है। आँख-कान के रोगों में भी फायदा करता है। मुँह की झाँई, मुहाँसे, घावों, दाँतों एवं चर्म रोगों के लिए श्रेष्ठ उपचार का प्रयोग है।
नासिका के रक्तस्राव को तत्काल रोकता है।
पर्वतारोही क्लबों में अक्सर सुना जाता है कि 'मध्ययुग में नेपोलियन ने आल्पस को जीता और इस युग में विश्व की सबसे ऊँची चोटी को नींबू ने जीता।' सौंदर्य संबंधी अनेक समस्याओं का हल नींबू है।
भोजन सामग्री को खराब होने से बचाता है। ऋतु के अनुसार अपने गुणों में परिवर्तन करता है और ऋतु के दोषों के अनुकूल गुण पैदा कर लेता है। नींबू को रक्त में खटाईवर्धक माना जाता है, क्योंकि वह खाने में खट्टा लगता है परंतु पेट के रसों के साथ क्रिया होने पर क्षारीय पदार्थ बन जाते हैं, जो रक्त को क्षारीय बनाते हैं।
नींबू में 89 भाग जल, 1 भाग पोषक तत्व, 1 भाग चिकनाई, 8 भाग कार्बोज, आधा भाग खनिज पदार्थ होता है। इसमें विटामिन बी और सी अधिक मात्रा में और विटामिन ए साधारण मात्रा में पाए जाते हैं। बर्फीले पहाड़ों पर जाने वाले नींबू को आवश्यक रूप से अपने साथ ले जाते हैं।सौंदर्यवर्धकों में नींबू श्रेष्ठ व सर्वत्र उपलब्ध होकर तत्काल उपयोग में लिया जा सकता है।
रूसी का शत्रु : सिर से पैर तक के लिए सौंदर्यवर्धक, बालों के लिए बड़ा हितकर, रूसी का शत्रु होता है नींबू। इसका रस लगाकर सिर साफ करें-रूसी गायब। नींबू के शेम्पू कई रूपों में प्राप्त हैं, पर नींबू सबसे सस्ता और प्रभावी। पानी में इसका रस मिलाकर बाल धोने से बालों में चमक आ जाती है।
सौंदर्य तथा स्वास्थ्य की दृष्टि से प्रातःकाल पहली चीज पानी में एक नींबू का रस मिलाकर पीना है। नींबू मिला पानी शरीर को आकर्षक बनाने में सहायक है। नींबू मिला पानी कब्ज दूर करने में भी सहायक है और यदि कब्ज नहीं रहे तो शरीर स्फूर्ति भरा रहता है और यह स्फूर्ति आकर्षक व्यक्तित्व प्रदान करने में प्रभावी होती है।
आँखों के चारों ओर काली धारी तथा मुहाँसे कब्ज के कारण होते हैं तथा कब्ज दूर होते ही ये गायब हो जाते हैं। इस प्रकार चेहरे को चमक प्राप्त हो जाती है। कोहनी, टखनों का कालापन भी नींबू लगाने से दूर होना पाया गया है। नींबू का उबटन प्रसिद्ध है। नींबू के गुण अनेक हैं।
Click4Source
==================
कागजी नींबू के असरकारी गुण
बुखार की हरारत : यह शरीर को शीतलता एवं ताजगी प्रदान करता है। यह शरीर की गर्मी को भी शांत करता है। इसके रस को चाय में डालकर पिएँ या एक नींबू को पाँच बराबर-बराबर भागों में काटकर तीन गिलास पानी में डालकर एक गिलास पानी रह जाने तक धीमी आँच में उबालें। ठंडा होने के बाद छानकर, बुखार की हरारत होते ही पी लें। बुखार नहीं आएगा।
- * यदि शौच ठीक तरह से नहीं हो रहा हो या पेचिश हो, तो प्याज के रस में कागजी नींबू का रस मिलाएँ। इसमें थोड़ा-सा पानी डालकर पिएँ, लाभ होगा।
- * एक छोटा-सा अदरक का टुकड़ा लें। तीन माशा (आधे तोले का आधा) सेंधा नमक लें तथा एक माशा नींबू का रस। इसे मिलाकर खाएँ। अपच व कब्ज गायब हो जाएँगे।
- * स्कर्वी रोग में नींबू श्रेष्ठ दवा का काम करता है। एक भाग नींबू का रस और आठ भाग पानी मिलाकर रोजाना दिन में एक बार लें।
Click4Source
================
10 घरेलू नुस्खे गुणकारी नींबू के
- 1 शुद्ध शहद में नींबू की शिकंजी पीने से मोटापा दूर होता है।
- 2 नींबू के सेवन से सूखा रोग दूर होता है।
- 3 नींबू का रस एवं शहद एक-एक तोला लेने से दमा में आराम मिलता है।
- 4 नींबू का छिलका पीसकर उसका लेप माथे पर लगाने से माइग्रेन ठीक होता है।
- 5 नींबू में पिसी काली मिर्च छिड़क कर जरा सा गर्म करके चूसने से मलेरिया ज्वर में आराम मिलता है।
- 6 नींबू के रस में नमक मिलाकर नहाने से त्वचा का रंग निखरता है और सौंदर्य बढ़ता है।
- 7 नौसादर को नींबू के रस में पीसकर लगाने से दाद ठीक होता है।
- 8 नींबू के बीज को पीसकर लगाने से गंजापन दूर होता है।
- 9 बहरापन हो तो नींबू के रस में दालचीनी का तेल मिलाकर डालें।
- 10 आधा कप गाजर के रस में नींबू निचोड़कर पिएं, रक्त की कमी दूर होगी।
Click4Source
==============
चाशनीयुक्त नींबू का पना
सामग्री :
- 25 नींबू, 1 से डेढ़ किलो अथवा आवश्यकतानुसार शक्कर, 3-4 लौंग, आधा चम्मच काली मिर्च पावडर।
- एक भाग नींबू का रस और चार से छह भाग शक्कर लेकर दोनों को अच्छी तरह पकाकर चाशनी बना लें। तत्पश्चात लौंग एवं काली मिर्च का चूर्ण डालें। लीजिए चाशनीयुक्त नींबू का पना तैयार है।
- अब जब भी जरूरत हो तब आवश्यकतानुसार पानी मिलाकर पीने से यह नींबू का पना भोजन के प्रति रुचि उत्पन्न करता करने के साथ-साथ भोजन को पचाता है एवं बढ़ते हुए वात को नष्ट करता है।
==============
नींबू (कैसे) रखें तरोताजा...?
नींबुओं को लंबे समय तक ताजा बनाए रखने के लिए उन पर नारियल का तेल लगाकर फ्रिज में रखें।
दालों को यदि अंकुरित करके खाया जाए तो उनमें विटामिन 'सी' की मात्रा अधिक बढ़ जाती है।
दिनभर रसोईघर में उपयोग किए गए कपड़े रातों को ही साबुन से धोकर रसोईघर में सुखा लें।
वॉश बेसिन तथा टब पर से जंग के दाग छुड़ाने के लिए उन पर नमक के साथ तारपीन का तेल मिलाकर लगाएँ।
थर्मस फ्लास्क से चाय/काफी के दाग छुड़ाने के लिए उसमें अंडे के छिलके के टुकड़े चूरा करके गर्म पानी के साथ डालें। अच्छी तरह हिलाने के बाद धो दें।
Click4Source
==============
गुणकारी नींबू के फायदे
- किरण मिश्रा
नींबू स्वास्थ्य की रक्षा के लिए अत्यंत उपयोगी और लाभदायक माना जाता है। यह स्वाद से खट्टा-मीठा, कसैला आदि कई प्रकार का होता है। नींबू बरसात में सर्वाधिक पैदा होता है, लेकिन यह सभी ऋतुओं में सरलता से उपलब्ध हो जाता है।
नींबू में सोडियम, पोटैशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, लोहा, ताँबा, फॉस्फोरस, क्लोरिन आदि तत्वों के साथ प्रोटीन, वसा, विटामिन बी और सी भी पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं।
- नींबू पानी प्रातःकाल पीने से पेट साफ होता है।
- नींबू आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है।
- नींबू का सेवन उल्टी की समस्या का समाधान करता है।
- नींबू पानी पीने से शरीर में स्फूर्ति आती है।
- नींबू रस का दो समय सेवन करने से शरीर की चर्बी समाप्त होती है। इसका नियमित सेवन मोटापे को समाप्त करने का सबसे उपयोगी उपाय है।
- नींबू का सेवन रक्त को शुद्ध करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- नींबू स्वास्थ्य की रक्षा के लिए अत्यंत उपयोगी और लाभदायक माना जाता है। यह स्वाद से खट्टा-मीठा, कसैला आदि कई प्रकार का होता है। नींबू बरसात में सर्वाधिक पैदा होता है, लेकिन यह सभी ऋतुओं में सरलता से उपलब्ध हो जाता है।
- नींबू का रस जख्मों से बैक्टीरिया नष्ट करता है, वहीं जख्म से खून बहना भी रोकता है।
- मुँहासे और एक्जिमा जैसे त्वचा रोगों में नींबू का रस लगाने से फायदा होता है।
- नींबू का सेवन लीवर (जिगर) की विकृति की समस्या का समाधान भी करता है।
- नींबू का रस ऑस्टियोआर्थराइटिस में भी फायदेमंद होता है।
- नींबू के पानी से नियमित कुल्ला करने व उसके गूदे को दाँतों पर मलने से मुँह व दाँतों की समस्याओं का समाधान होता, वहीं मुँह की दुर्गंध भी समाप्त हो जाती है।
- दूध में नींबू का रस मिलाकर लगाने से चेहरे की रंगत में निखार आता है।
Click4Source
=============
खट्टे नींबू के 10 मीठे गुण
- 1 शुद्ध शहद में नींबू की शिकंजी पीने से मोटापा दूर होता है।
- 2 नींबू के सेवन से सूखा रोग दूर होता है।
- 3 नींबू का रस एवं शहद एक-एक तोला लेने से दमा में आराम मिलता है।
- 4 नींबू का छिलका पीसकर उसका लेप माथे पर लगाने से माइग्रेन ठीक होता है।
- 5 नींबू में पिसी काली मिर्च छिड़क कर जरा सा गर्म करके चूसने से मलेरिया ज्वर में आराम मिलता है।
- 6 नींबू के रस में नमक मिलाकर नहाने से त्वचा का रंग निखरता है और सौंदर्य बढ़ता है।
- 7 नौसादर को नींबू के रस में पीसकर लगाने से दाद ठीक होता है।
- 8 नींबू के बीज को पीसकर लगाने से गंजापन दूर होता है।
- 9 बहरापन हो तो नींबू के रस में दालचीनी का तेल मिलाकर डालें।
- 10 आधा कप गाजर के रस में नींबू निचोड़कर पिएँ, रक्त की कमी दूर होगी।
Click 4 Source
==================================
खट्टा नींबू मीठे फायदे! नींबू के खास उपयोग
आमतौर पर हमारे यहाँ तीन प्रकार के नींबू पाए जाते हैं। देशी, कागजी और पहाड़ी। इन तीनों का अलग-अलग बीमारियों में अलग-अलग उपयोग किया जाता है। गर्मी के दिनों के लिए यह नींबू बड़े काम का है। यह एक गुणकारी औषधीय पदार्थ है तथा हर तरह के अपच, पेट की गड़बड़ी, लीवर और तिल्ली की बीमारी में उपयोगी सिद्ध होता है।
आइए, हम आपको बता रहे है इनके खास उपयोग :-
1. कागजी नींबू : यह शरीर को शीतलता एवं ताजगी प्रदान करता है। यह शरीर की गर्मी को भी शांत करता है। इसके रस को चाय में डालकर पिएँ या एक नींबू को पाँच बराबर-बराबर भागों में काटकर तीन गिलास पानी में डालकर एक गिलास पानी रह जाने तक धीमी आँच में उबालें। ठंडा होने के बाद छानकर, बुखार की हरारत होते ही पी लें। बुखार नहीं आएगा।
- * यदि शौच ठीक तरह से नहीं हो रहा हो या पेचिश हो, तो प्याज के रस में कागजी नींबू का रस मिलाएँ। इसमें थोड़ा-सा पानी डालकर पिएँ, लाभ होगा।
- * एक छोटा-सा अदरक का टुकड़ा लें। तीन माशा (आधे तोले का आधा) सेंधा नमक लें तथा एक माशा नींबू का रस। इसे मिलाकर खाएँ। अपच व कब्ज गायब हो जाएँगे।
- * स्कर्वी रोग में नींबू श्रेष्ठ दवा का काम करता है। एक भाग नींबू का रस और आठ भाग पानी मिलाकर रोजाना दिन में एक बार लें।
- * देशी नींबू के रस में थोड़ी शकर मिलाएँ। इसे गर्म कर सिरपनुमा बना लें। इसमें थोड़ा पानी मिलाकर पिएँ। पित्त के लिए यह अचूक औषधि है।
- * दो तोला नींबू का गूदा लें। इसमें छः माशा (करीब आधा तोला) काला नमक मिलाएँ। इसे खाने से लीवर संबंधी तकलीफ दूर होगी। यह पीलिया रोग के लिए भी फायदेमंद है।
- * एक गिलास पानी में एक नींबू निचोड़कर प्रातः भूखे पेट हमेशा पीते रहने से नेत्र ज्योति ठीक रहती है। इससे पेट साफ रहता है व शरीर स्वस्थ रहता है। निरोग रहने का यह प्राथमिक उपचार है।
- * सुबह-शाम एक गिलास पानी में एक नींबू निचोड़कर पीने से मोटापा दूर होता है।
- * बवासीर (पाइल्स) में रक्त आता हो तो नींबू की फाँक में सेंधा नमक भरकर चूसने से रक्तस्राव बंद हो जाता है।
- * आधे नींबू का रस और दो चम्मच शहद मिलाकर चाटने से तेज खाँसी, श्वास व जुकाम में लाभ होता है।
- * नींबू ज्ञान तंतुओं की उत्तेजना को शांत करता है। इससे हृदय की अधिक धड़कन सामान्य हो जाती है। उच्च रक्तचाप के रोगियों की रक्तवाहिनियों को यह शक्ति देता है।
- * एक नींबू के रस में तीन चम्मच शकर, दो चम्मच पानी मिलाकर, घोलकर बालों की जड़ों में लगाकर एक घंटे बाद अच्छे से सिर धोने से रूसी दूर हो जाती है व बाल गिरना बंद हो जाते हैं।
- * एक गिलास पानी में एक नींबू निचोड़कर सेंधा नमक मिलाकर सुबह-शाम दो बार नित्य एक महीना पीने से पथरी पिघलकर निकल जाती है।
- * नींबू को तवे पर रखकर सेंक लें (दो भाग करके)। उस पर सेंधा नमक डालकर चूसें। इससे पित्त की दिक्कत खत्म होती है।
3. देशी नींबू : सी प्रकार नकसीर, दाँतों की मजबूती, खुजली, मलेरिया, पीलिया, अस्थमा, सिरदर्द, अनिद्रा, त्वचा रोग आदि में भी नींबू अत्यंत उपयोगी है। इतना ही नहीं स्वास्थ्य के साथ ही यह सौंदर्यवर्धक भी है।
यदि आपकी त्वचा शुष्क व साँवली है तो प्रतिदिन रात में सोने से पूर्व शुद्ध आँवले के तेल में नींबू का रस मिलाकर चेहरे व गर्दन पर लगाएँ एवं हल्के हाथों से मालिश करें। कुछ ही दिनों में त्वचा का रंग निखर आएगा।
इसी प्रकार हथेलियों व कोहनियों की सौंदर्य वृद्धि के लिए भी नींबू को निचोड़कर बचे हुए छिलके में शकर के खड़े दाने डालकर उक्त स्थानों पर तब तक हल्के-हल्के घिसें जब तक पूरी शकर न पिघल जाए। इससे त्वचा चमकदार व मुलायम बनती है। तो देखा आपने कितने फायदे छुपे हैं
==================
रात को मोजे में नींबू डालकर सोएंगे तो ये 5 शानदार फायदे
- नींबू को दो टुकड़ों में काट लें और फिर इसे पूरे पैरों के तलवों पर अच्छे से घिस लीजिए। अब आप बचे हुए टुकड़े को एड़ियों के उपर रखकर इसे ढ़क लें। नींबू का आकर इतना हो कि इससे आपकी पूरी एड़ी ढ़क जाए। इसके बाद आप जुराबे पहनें।
- नींबू से पैर की एड़ियों को मोजों के अंदर कम से कम दो घंटे तक ही रखें। आपको कुछ दिनों तक थोड़ा अटपटा या अजीब सा लग सकता है लेकिन आपको इसके बेहतर परिणाम दिखने लगेगें।
- नींबू कैसे करता है असर नींबू के रस में कई तरह के तत्व होते हैं जो पैरों और एड़ियों की समस्या को अच्छी तरह से ठीक कर देते हैं। रूखी और फटी एड़ियां फिर से मुलायम और सुंदर बन जाती हैं। नींबू के इस घरेलू उपाय को आप नियमित कुछ दिनों तक करते रहें। आपको बेहतर और स्वस्थ लाभ दिखने लगेगें।
>>>>>>>>उपचारक बाद में पहले—स्वास्थ्य रक्षक सखा<<<<<<<<<<<
निवेदन : उपरोक्त पोस्ट में दी गयी जानकारी अच्छी लगे तो कृपया लेखक के उत्साहवर्धन के लिये एक कमेंट अवश्य करें। हमारे द्वारा पीलिया की दवाई मुफ्त में दी जाती है। जबकि-पैट में गैस, ऐसीडिटी, कब्जी, आँतों के अल्सर/छाले, लीवर/यकृत में सूजन/कमजोरी सिरदर्द, आधासीसी/माईग्रेन, पथरी, आसान और बिना सिजेरियन सुरक्षित प्रसव/डिलेवरी, विरह वेदना/प्रेम विछोह, डिप्रेशन, प्रदर, प्रमेह, शीघ्रपतन, यौन दुर्बलता, चिकनगुनिया/डेंगू के दर्द, सियाटिक आदि जटिल रोगों का बहुत कम खर्चे में उपचार किया जाता है। इसके अलावा दाम्पत्य विवाद समाधान के लिये भी सम्पर्क किया जा सकता है।नोट : कृपया उपचार के नाम पर गारण्टी देकर ठगने वालों से बचें और एक बार सेवा का मौका प्रदान करें। उपचारक बाद में पहले—स्वास्थ्य रक्षक सखा डॉ. पुरुषोत्तम मीणा-मोबाईल एवं वाट्स एप नम्बर : 9875066111.
0 जानकारी अच्छी लगे तो कृपया एक कमेंट अवश्य करें।:
Post a Comment