आंवले को पोषण के लिए सुबह दूध या पानी के साथ व रेचक के लिए (पेट साफ़ करने के लिए) शाम को गुनगुने दूध या पानी के साथ हर रोगी और स्वस्थ व्यक्ति ले सकता है और पूरी जिन्दगी ले सकता है। क्योंकि आंवला निरापद है।आंवला अनेक रोगों को नष्ट करने वाला पोषक, धातुवर्द्धक और रसायन है।
आंवले में उपस्थित तत्वों का विवरण=तत्व एवं मात्रा
प्रोटीन=0.5 %
वसा=0.1 %
रेशा=3.4 %
खनिज द्रव्य=0.7 %
कार्बोहाइड्रेट=14.1 %
पानी=81.2 %
विटामिन-"C”=लगभग 1/2 ग्राम
कैल्शियम=0.05 %
फास्फोरस=0.02 %
लोहा=लगभग 1 ग्राम का 4 भाग/100 ग्रा
विभिन्न भाषाओं में आंवला के नाम
हिन्दी : आंवला, आमला, आंवरा।
अंग्रेज़ी : एमब्लिक माइरोबेलन, इंडियन गोसबेरी।
संस्कृत : आमलकी, धात्री, शिवा।
मराठी : आंवली, आंवलकांटी, आंवला।
गुजराती : आंवला, आमला।
बंगाली : आमलकी, आमला, आंगला।
तेलगू : असरिकाय, उशीरिकई।
कन्नड़ : निल्लकाय, नेल्लि।
द्राविड़ी : नेल्लिक्काय्, अमृत फल, वयस्था।
अरबी : आमलन्।
लैटिन : एमब्लिका ऑफिसिनेलिस।
आवश्यक सामग्री - Ingredients for Amla Juice
- 1. आंवले को छोटे टुकड़े में काट लीजिये, बीज हटा दीजिये.
- 2. आंवले के थोड़े से टुकड़े मिक्सर जार जिसमें मसाला पीसा जाता है, उसमें डालिये और पीसिये, इन टुकड़ों के पेस्ट बन जाने पर थोड़े और टुकड़े जार में डालिये और बिलकुल बारीक होने तक पीस लीजिये.
- 3. पहली बार थोड़े ही आंवले बारीक पीस लीजिये, इस पेस्ट को साफ सूती कपड़े में डालिये और दबाकर जूस किसी प्याले में छान लीजिये.
- 4. आंवला पल्प/गूदा को अलग प्याले में रख लीजिये.
- 5. इसके बाद आंवले के टुकडों के साथ निकाला हुआ आंवला जूस भी मिक्सी में डाल दीजिये और आंवले के टुकडों को पीस लीजिये.
- 6. सूखे आंवले के टुकड़े पीसने के बजाय, इन्हें थोडा तरल पदार्थ मिला कर आसानी से पीसा जा सकता है. थोड़ा पहले से निकाला हुआ आंवला जूस मिला देने से यह जल्दी और अच्छी तरह से पिस जायेंगे.
- 7. पिसे हुये आंवले और जूस के मिश्रण को कपड़े में डालिये और हाथ से दबाकर सारा जूस निकाल लीजिये, पल्प को पल्प वाले प्याले में रख दीजिये.
- 8. सारे आंवले के टुकड़ों के लिये यही तरीका बार-बार दुहरा कर जूस निकाल लीजिये. एक किलोग्राम आंवले में लगभग 600 -700 ग्राम तक जूस निकल आता है.
- 9. आंवला जूस को किसी कांच या प्लास्टिक के कन्टेनर में भरकर फ्रिज में रख लीजिये. इस आंवला जूस को आप 15 दिन तक प्रयोग कर सकते हैं.
- आंवला जूस प्रिजर्व करने के लिये 500 ग्राम आंवला जूस को 500 ग्राम कांच की या प्लास्टिक की बोतल में भरें और इसमें दो चम्मच सोडियम लेक्टेट (Sodium Lactate) डालकर बोतल को अच्छी तरह से हिला दें, ताकि सोडियम लेक्टेट (Sodium Lactate) आंवला जूस में भली भांति मिल जाय. प्रिजर्व करने के लिये उतनी ही बड़ी बोतल लें जितना जूस आप प्रिजर्व कर रहे है. जूस की मात्रा से अधिक बड़ी बोतल न लें. इस प्रिजर्व की हुई बोतल को आप फ्रिज में रखकर आठ-दस महीने तक प्रयोग कर सकते हैं.
- सोडियम लेक्टेट (Sodium Lactate) आपको खाने के कैमीकल बेचने वाली दुकानों पर आराम से मिल जाता है. इसके अलावा आप आंवले जूस को आइस ट्रें में जमाकर आंवला जूस क्यूब भी बना सकते है़.
- जब भी आप आंवला जूस प्रयोग करना चाहें तो दो छोटी चम्मच आंवला जूस या एक आंवला जूस क्यूब को एक कप गरम पानी और दो छोटी चम्मच शहद में मिलाईये.
- यदि आप शहद न लेना चाहें तो आंवला जूस को काला नमक मिलाकर भी पी सकते हैं.
Online Dr. P.L. Meena (डॉ. पुरुषोत्तम लाल मीणा)
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