Top Tips for Improving your Digestion and Aging
सेवासुत डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश'
किसी भी देश या समाज का वर्तमान और भविष्य उस देश के लोगों के वर्तमान और भविष्य पर पर निर्भर करता है। जबकि लोगों का वर्तमान तथा भविष्य उनके स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। यदि लोगों का स्वास्थ्य अच्छा नहीं होगा, तो लोगों के पारिवारिक, सामाजिक और राष्ट्रीय क्रियाकलाप भी अच्छे नहीं हो सकते। अत: 'स्वास्थ्य रक्षक सखा' नाम से हमारी ओर से एक वेब साईट संचालित की जा रही है। जिसका मूल मकसद लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा करना है।
पाचन अच्छा तो सब कुछ अच्छा : विश्व स्वाथ्य संगठन का कहना है कि विश्व में 32 फीसदी लोगों को कोई न कोई लीवर सम्बन्धी तकलीफ/बीमारी है। अविकसित और भारत जैसे विकासशील देशों में स्थिति और भी खराब है। भारत में किये गये एक अघ्ययन के अनुसार अशिक्षा और अनियमित खानपीन की आदतों के चलते भारत में सत्तर फीसदी से अधिक लोग—अपच, कब्जी, गैस, डकार, बवासीर, पेट के अल्सर, भगंदर, आदि बीमारियों से ग्रस्त हैं।
इन सभी बीमारियों के मूल में लीवर दोष है। लीवर में सूजन या अन्य किसी कारण से लीवर का ठीक से काम नहीं करना, असल वजह है। वैज्ञानिक अध्ययन बताते हैं कि अपच, कब्जी और गैस के कारण पुरुषों में असमय नपुंसकता तथा स्त्रियों में श्वेत प्रदर की समस्या उत्पन्न होती देखी जा रही है। अध्ययन में इस बात पर आश्चर्य व्यक्त किया गया है कि भारत में उच्च पदस्थ और उच्च शिक्षा प्राप्त लोगों तक को अपनी पेट सम्बन्धी तकलीफों के प्रति अज्ञानता है। लीवर विकृति का मूल कारण खानपीन सम्बन्धी गलत आदतें या गलत खानपीन है। जिसका समय रहते गलत आदतों और खानपीन में सुधार के साथ तत्काल उपचार जरूरी है। लेकिन उपचार भी पूरी तरह से तब ही कारगर होगा, जबकि हम अपनी खाने—पीने की आदतों को सुधारें। अत: उपचार से बेहतर, आदतों में सुधार हो सकता है। पाचन अच्छा तो सब कुछ अच्छा, क्योंकि पाचन क्रिया पर ही इंसान की जीवनी शक्ति (Vitality) और अन्तत: यह निर्भर करता है कि किसी व्यक्ति का जीवन कितना लम्बा या छोटा होगा। अत: पाचन क्रिया को सुधारने और आयु को बढ़ाने के लिए 15 टिप्स/सूत्र प्रस्तुत हैं, जो अनेक देशों के ख्याति प्राप्त डाइटीशियंस के अनुभवों और गहन वैज्ञानिका शोधों पर आधारित हैं। इन पर अमल करके हम अपने स्वास्थ्य में आमूलचूल सकारात्मक परिवर्तन ला सकते हैं।
- 1. नाश्ते से पहले सुबह में एक कप उबला हुआ पानी पियें। यह पेट को साफ करता है और अक्सर अद्भुत काम करता है। (Drink a cup of boiled water in the morning before breakfast. This cleanse the stomach and often works wonders.)
- 2-धीरे धीरे और चबाकर खायें। अपच के मुख्य कारणों में से एक है-चबाये बिना भोजन करना। (Eat slowly and chewing. One of the main causes of indigestion food without chewing.)
- 3. "गरमा गरम" भोजन नहीं खायें। (Don’t eat food “PIPING HOT”.)
- 4. हमारा पेट गर्म खाद्य पदार्थों के लिये नहीं बनाया गया है। (Our stomach is not designed for hot foods.)
- 5. याद रखने के लिए यह एक उपयोगी बात यह है कि-अगर खाना मुंह में गर्म है, तो यह पेट में भी गर्म ही रहेगा। इसमें चाय और कॉफी भी शामिल है। (This is a useful thing to remember that-If the food is hot in the mouth, then It will remain in the stomach too hot. It includes tea and coffee.)
- 6. गर्म खाद्य और पेय पदार्थों का सेवन एंजाइम्स को गड़बड़ कर सकते हैं और पेट की आन्तरिक सतह को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। [Hot food and beverage consumption may disrupt enzymes And also injure lining of the stomach (the inner surface)]
- 7. अत: हमेशा भोजन और पेय पदार्थों के ठण्डा होने की प्रतीक्षा करें। (So, always wait for it to cool of food and beverage.)
- 8. भोजन को जानवरों की भांति जल्दी-जल्दी नहीं ठूंसें, बल्कि स्वाद लेकर और इत्मीनान खायें। (Do not eat food fastly like animals, but eat with tastes and leisurely.)
- 9. यदि आप चलते फिरते खाते हैं, तो वहाँ अधिक संभावना है कि, पाचन शुरू ही नहीं हो पाये। (If you eat on the move, there is more chance that digestion will not begin.)
- 10. भोजन के साथ फल खाने से बचें। (Avoid eating fruit with the meal.)
- 11. यदि पेट फूलने की लगातार समस्या है तो अपने भोजन में बदलाव लाएं और हल्का भोजन लें। (If flatulence is a persistent problem, try to changes your diet and take light meals.)
- 12. एक बार में बहुत सारा भोजन खाने के बजाय, भोजन को टुकड़ों में खायें। (Instead of eating a lot of food at once, eat the food into pieces.)
- 13. उदाहरण के लिए, प्रोटीन को पचाने के लिए एंजाइम अम्लीय पाचक रस की जरूरत होती है। जबकि कार्बोहाइड्रेट को पचाने के लिए एंजाइम क्षारीय पाचक रस की जरूरत होती है। (For example, proteins needed to digest-enzyme acidic digestive juices. While the carbohydrates are required to digest enzyme alkaline digestive juices .)
- 14. भोजन करने से आधा घंटा पहले एक गिलास पानी अवश्य पियें। (Be sure to drink a glass of water half an hour before meals.)
- 15. सुनिश्चित करें कि आप दिन में पर्याप्त पानी पीते हैं, लेकिन भोजन के दौरान पानी नहीं पियें। (Make sure you drink enough water during the day, But Do not drink water during meals.)
कृपया उपरोक्त टिप्स/स्वास्थ्य सूत्रों को पढकर और अमल में लाकर अपने अनुभवों और विचारों से अवश्य अवगत करवायें। अगले आलेख में अस्वस्थ लीवर और लीवर सम्बन्धी समस्याओं के समाधान पर प्रकाश डाला जायेगा।
सेवासुत डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश'
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