Thursday, February 5, 2015
महिलाओं के व्यक्तिगत रोग
महिलाओं के कुछ व्यक्तिगत रोग ऐसे हैं, जो उन्हें अत्याधिक पीड़ा पहुंचाते हैं। इन रोगों के होने पर महिलाओं के सामने चुनौती आ खड़ी होती है, इनके इलाज की। डाक्टर के पास जाने में शर्म और झिझक तो होती ही है, पैसा खर्च होता है अलग। महिलाओं के छोटे मोटे रोग जो आसानी से घर पर ही ठीक हो जाएं, तो यह महिलाओं के लिए सबसे अच्छा है। फिर डाक्टर के पास जाना तो एकमात्र रास्ता तो होता ही है। नीचे महिलाओं के कुछ रोग और उनका निदान भी दिया हुआ है। शायद महिलाओं के कुछ काम आ सके।
योनि में खुजली
१ * योनि में खुजली होने पर तुलसी के पत्तों का लेप लगाएं। खुजली ठीक हो जाएगी।
२ * केले के गूदे में आंवले का रस और मिश्री मिलाकर खाने से खुजली ठीक हो जाती है।
३ * नारियल के तेल में भीमसेनी कपूर मिलाकर योनिमार्ग में लगाने से भी खुजली ठीक हो जाती है।
४ * नीम की पत्ती, गिलोय, मुलहठी, त्रिफला और शरपुंखा को एक समान मात्रा में लेकर कूट लें। फिर १० ग्राम चूर्ण को पांच सौ ग्राम पानी में उबालें। जब आधा पानी रह जाए, तो उतार कर छान लें। इस पानी से २ – ३ बार नियमित रूप से योनि को धोने से खुजली दूर हो जाएगी।
५ * अच्छी क्वालिटी के अल्कोहल से योनिमार्ग को धोने से खुजली से आराम मिलता है।
६ * २०० ग्राम गेहूं को रात में पानी में भिगो दें। सुबह इसे पीस कर शुद्ध घी में इसका हलवा बनाकर दिन में २ – ३ बार खाएं। खुजली में आराम मिलेगा।
७ * योनिमार्ग और उसके आस पास के अंग को हमेशा साफ रखें।
८ * योनि की खुजली के कारण अगर योनि में दर्द हो और सूजन आ गई हो या घाव हो गया हो, तो अरंड के तेल को रूई के फाहे में भिगोकर योनि के अंदर रखें। एक सप्ताह में संतोष जनक आराम मिलेगा।
९ * एक ग्लास छाछ में एक नींबू निचोड़कर सुबह खाली पेट पीने से ४ – ५ दिन में योनि की खुजली दूर हो जाएगी।
१० * अगर श्वेदप्रदर के कारण खुजली हो रही है, तो सुबह शाम पांच पांच ग्राम आंवले का चूर्ण चीनी के साथ लेने से आराम मिलता है।
११ * गूलर की ताजी पत्तियां पचास ग्राम ले लेकर आधा लीटर पानी में उबालिए, जब पानी आधा रह जाए तो उतार कर छान लीजिए। फिर इसमें डेढ़ ग्राम सुहागा पीस कर मिला लें। इसके बाद गुनगुने पानी को किसी पिचकारी में भरकर योनि को अच्छी तरह साफ करें।
१२ * गूलर के सत्व को गर्म पानी में घोलकर डूश करने से गर्भाशय की खुजली में भी आराम मिलता है।
योनि में संक्रमण
१ * मुलैठी को पीसकर उसमें घी मिलाकर लेप बनाएं। इस लेप को योनि की दीवारों और उसके आसपास लगाएं। संक्रमण में आराम मिलेगा।
२ * ताजी निंबोली (नीम का फल) का रस निकालकर उसे योनि की दीवार पर उंगलियों से धीरे धीरे मलें। यदि ताजा निंबोली न मिलें तो सूखी निंबोली का चूर्ण पानी में भिगोकर पानी निचोड़ लें और उसको प्रयोग करें। नीम की पत्तियों का रस और नीम का तेल भी फाएदेमंद है।
३ * योनि संक्रमित होने पर दूध दही का सेवन भी फाएदेमंद होता है। इस रोग में दही का सेवन करें। थोड़ा सा दही योनि के आसपास लगाने से भी लाभ होता है।
४ * संक्रमण के कारण अगर योनि शुष्कता (सूख) आ गई हो या जलन हो रही हो, तो नारियल का तेल योनि में लगाएं। जलन से बहुत राहत मिलेगी।
यदि योनि ढीली हो जाए तो...
१ * काले तिल का चूर्ण पांच ग्राम, दस ग्राम चूर्ण गोखरू का और बीस ग्राम शहद में मिलाकर आधा लीटर दूध के साथ रोज सेवन करें। इससे ढीली हो चुकी योनि कुवांरी कन्या के समान टाइट हो जाती है।
२ * समुद्र की झाग और हरड़ की गुठली दोनों का बराबर मात्रा में लेकर पीसकर पाउडर बना लें। फिर इसे योनि पर मलने से फैली योनि सकंचित हो जाएगी।
३ * नीलकमल, कुष्ठ, बच, काली मिर्च, असगंद और हल्दी पीसकर लेप करने से योनि में मजबूती आती और पहले की तरह टाइट हो जाती है।
४ * माजू, कपूर व शहद एक साथ मिलाकर योनि की मालिश करें। इससे इससे योनि पहले की तरह सकुंचित हो जाएगी।
५ * पालक के बीज तथा गूलर के फल के चूर्ण को तिल के तेल व शहद के साथ पीसकर लेप करने से ओवर ऐज महिलाओं की योनि भी सकुंचित होकर टाइट हो जाती है।
६ * ढाक व गोंद की बत्ती या लंबी पोटली बनाकर योनि में रखने से योनि सिकुड़कर कुवांरी कन्या जैसी हो जाती है।
७ * कड़वी तुंबी व लोध्र के फल को एक साथ पीसकर योनि में लेप करने से अथवा बेंत की जड़ के क्वाथ द्धारा अच्छी तरह धोने से योनि संकुचित हो जाती है।
योनि में सूजन
१ * एक पके केले को छील कर ६ – ७ ग्राम देशी घी के साथ रोज सुबह शाम खाएं। एक सप्ताह तक प्रयोग करने से योनि की सूजन दूर हो जाती है।
२ * योनि की सूजन में ३ ग्राम आंवला और ६ ग्राम शहद मिलाकर रोज दिन में १ – २ बार खाने से आराम मिलता है।
३ * गूलर के चूर्ण में बराबर मात्रा में मिश्री मिलाकर एक से दो ग्राम मात्रा में सुबह शाम सेवन आराम मिलता है।
४ * मुठठी भर नीम की पत्तियां लेकर आधा लीटर पानी में १५ – २० मिनट अच्छी तरह उबालें। फिर ठंडा करके योनि को दो तीन बार अच्छी तरह धोएं। यह सूजन दूर करने का अच्छा नुस्खा है।
५ * चावल पकाकर मांड निकाल लें और गुनगुना ही पी जाएं। ध्यान रहे कि मांड ज्यादा गाढ़ा न हो। मांड पीने के एक घंटा पहले और बाद में कुछ भी न खाएं।
यदि सेक्स के दौरान पीड़ा रहती हो तो इन्हें आजमाएं
१ * शुद्ध अरंडी का तेल रूई में भिगोकर योनि में लगाने से लाभ होता है।
२ * गोरखमुंडी (यह एक प्रकार की घांस होती है, जो दवा के रूप में प्रयोग की जाती है) को घी और दूध में पकाकर हलवा बनाएं। फिर इसे योनि में रखें। आराम मिलेगा।
३ * इंद्रायण की जड़, सोंठ और धृतकुमारी का गूदा मिलाकर पीस लें। फिर इसे बकरी के दूध में मिलाकर योनि में रखने से पीड़ा से छुटकारा मिलता है।
४ * पुनर्नवा की जड़ व पत्तों का रस निकालकर उसमें रूई के फाहे को भिगोकर योनि में रखने से सेक्स पेन में बहुत राहत मिलती है।
५ * सोंठ और अरंडी की जड़ का बारीक चूर्ण पानी या घी में पीसकर योनि पर लेप करने से सेक्स के दौरान दर्द में राहत मिलती है।
६ * सुपारी का चूर्ण ५ ग्राम घी के साथ मिलाकर खाएं और ऊपर से गाय अथवा बकरी का दूध पिएं।
(सभी चित्र गूगल सर्च से साभार)
http://ourayurvedicmedicine.blogspot.in/2015/02/blog-post_75.html
=====
There are many problems in female vagina. I have best herbal cream for all vagina problems like vagina itching, loose vagina, vagina yeast infection etc. Visit http://www.vagitotcream.com/
ReplyDeleteA yeast infection is a common condition that is easily treated and not usually serious. Natural yeast infection treatment occurs when the natural balance of bacteria and yeast in the vagina are upset, and too many yeast cells grow. visit http://www.vagitotcream.com/
ReplyDeleteConsider vagitot cream for all vagina diseases.
ReplyDelete