
कम उम्र में कभी कभी बाल सफ़ेद हो जाते है इससे लोग घबरा उठते हैं । अगर कम उम्र में आपके बाल सफ़ेद हो गए हैं तो घबराने या डरने की जरुरत नहीं हैं । सफेद हुए बाल फिर काले हो जाएंगे, अगर अपनाएंगे ये आसान तरीके...
अपेक्षा शर्मा
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आंवले के कुछ टुकड़ों को नारियल तेल में उबाल लें। तेल को इतना उबालें कि आंवले काले हो जाएं। इस तेल को रोजाना बालों में लगाने से सफेद बाल फिर से काले होने लगते हैं।
आंवले का रस, नींबू का रस और बादाम का तेल मिलाकर बालों की जड़ों में लगाएं।
द्य नारियल तेल में नींबू का रस मिलाकर स्कल्प पर लगाएं। यह उपाय रोज करें, सफेद बाल काले होने लगेंगे।
हफ्ते में दो बार गाय के दूध से बनी छाछ को बालों की जड़ों में लगाएं। कम उम्र में बाल सफेद नहीं होंगे।
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नारियल तेल में करी पत्ता उबालें, जब करी पत्ते काले हो जाएं तो तेल को ठंडा करके बोतल में भर लें। इस तेल को रोजाना बालों में लगाएं, लाभ होगा।
लौकी को सुखाकर नारियल तेल में उबाल लें। तेल को छानकर बोतल में भर लें। इस तेल की मसाज करने से बाल काले हो जाएंगे।
कच्चे प्याज को टुकड़े कर मिक्सर में पीस लें। इसका रस बालों की जड़ों में लगाएं। नियमित उपयोग से कम उम्र में सफेद हुए बाल काले हो जाते हैं। साथ ही, बाल गिरने भी कम हो जाते हैं।
दो चम्मच मेहंदी पाउडर, एक चम्मच दही, 1चम्मच मेथी दाना पाउडर, तीन चम्मच कॉफी, दो चम्मच तुलसी पाउडर के मिश्रण को बालों में लगाएं और तीन घंटे बाद सिर धो लें।
आधा कप दही में एक ग्राम काली मिर्च और थोड़ा नींबू का रस मिलाकर बालों में लगाएं, फायदा होगा।
अमरूद की पत्तियों का पेस्ट बनाकर बालों में लगाएं, लाभ होगा।
बाल धोने से पहले बालों में एलोवेरा जेल की मसाज करें। बाल घने और काले हो जाएंगे।
मेहंदी की पत्तियों में थोड़ा नींबू का रस मिलाकर पीस लें। इसमें एक चम्मच कॉफी पाउडर और एक अंडा मिलाएं। इस मिश्रण को बालों में लगाएं और 45 मिनट के बाद बाल धो लें।
ब्राह्मी की पत्तियों को पीसकर या इसका तेल बनाकर बालों में लगाएं, बाल काले होने लगेंगे।
तुरई को काटकर नारियल तेल में तब तक उबालें, जब तक वह काली न हो जाए। इस तेल को रोजाना बालों में लगाने से बाल काले हो जाते हैं।
आंवले के साथ आम की गुठली को पानी मिलाकर पीस लें। इस मिश्रण को बालों में लगाकर एक घंटे बाद बाल धो लें।
काली अखरोट को पानी में उबालकर उस पानी को ठंडा करके बाल धोएं। कम उम्र में सफेद हुए बाल फिर से काले हो जाएंगे। बालों को हमेशा ठंडे और साफ पानी से धोएं।
हरे आंवले का पेस्ट बनाकर बालों की जड़ों में लगाएं या आंवला पाउडर में नींबू का रस मिलाकर बालों में लगाएं।एक नींबू के रस में उतना ही पानी मिलाकर मिश्रण बना लें। शैंपू करने के बाद बालों में डालें, कुछ देर रहने दें और फिर साफ पानी से धो लें।
सूरजमुखी, खुबानी, गेहूं, अजमोद और पालक आदि लौह तत्वों से भरपूर चीजों का सेवन करें। केला, गाजर और मछली जैसे आयोडीन युक्त चीजें खाना भी फायदेमंद होता है। इसके अलावा, विटामिन बी5 और बी2 को भी अपने भोजन में शामिल कर लेना चाहिए।
मेथी दानों को रातभर पानी में भिगो दें। सुबह मेथी दानों को दही में पीसकर बालों में लगाएं। एक घंटे बाद बाल धो लें।
Source : http://watchnews24x7.com/moreHealth.asp?Details=12852
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जून 18, 2016 by admin
मेंहदी के बारे में तो आप सभी जानते हैं कि यह कई तरह से काम आती है। मेंहदी सौंदर्यवर्धक और मंगल कामों की प्रतीक होती है। भारत में पुराने समय से ही मेंहदी का इस्तेमाल होता आया है। यह कई नामों से भी जानी जाती है जैसे मेंदी, नखरंजनी और हीना आदि।
मेंहदी का पौधा पांच से छः फीट तक लंबा होता है। मेंहदी के पत्तों को सुखाकर इसके चूर्ण को बाजार में बेचा जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं मेहंदी आपको कई गंभीर बीमारियों से भी बचा सकती है। वैदिक वाटिका आपको बताएगी कैसे मेहंदी से बीमारियों को ठीक किया जाता है।
चर्म रोग में मेंहदी
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मिरगी रोग
मिरगी के रोग में भी मेंहदी बेहद फायदेमंद होती है। मेहंदी के ताजे पत्तों का रस कम से कम बीस ग्राम हो इनको दो सौ ग्राम गाय के दूध के साथ पीना चाहिए। इस उपाय से मिरगी रोग में फायदा मिलता है।
आधा लीटर पानी में पचास ग्राम मेंहदी के पत्तों को पीसकर मिलाए। और फिर इसे उबाल लें। उबलने के बाद जब 100 ग्राम पानी बच जाए तब इसे छान लें और इसको गुनगुना करके ही रोगी को पिलाए। इस उपाय से गुरदे के रोग ठीक हो जाते हैं।
मुंह के छाले
मुंह के छालों को बड़ी आसानी से दूर करती है मेहंदी। मेहंदी के पत्तों को चबाने से मुंह के छाले ठीक हो जाते हैं।
आग से जल जाने पर
आग से यदि कोई अंग जल गया हो तो मेंहदी के पत्तों का गाढ़ा लेप तैयार करें और इसे जले हुए स्थान पर लगाएं। इससे जलन तुरंत शांत हो जाती है। और घाव भी तेजी से भर जाता है।
पैरों की बिवाई फटने और हथेलियों के लिए
यदि पैरों बिवाई फट गई हों तो आप हरी दूब के साथ मेहंदी के पत्तों को पीस लें। जब यह पेस्ट बन जाए फिर इसे आप अपने पैरों और हाथों पर लगा सकते हैं।
उच्च रक्तचाप होने पर
उच्च रक्तचाप से परेशान लोगों के लिए मेंहदी किसी दवा से कम नहीं है। मेहंदी के ताजे पत्तों को अच्छे से पीसकर उसका लेप अपने पैरों के तलवों और हाथों में लगाएं। इससे आपको उच्च रक्तचाप में फायदा मिलेगा।
कुष्ठ रोग में
कुष्ठ रोग को पूरी तरह से ठीक करती है मेहंदी। रात में 300 ग्राम पानी में 100 ग्राम मेहंदी के पत्तों को पीसकर भिगों लें। अब इन्हें सुबह अच्छे से मसलकर फिर छान लें। फिर इसकों पीएं।
पीलिया रोग और माइग्रेन में
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पैरों की जलन में मेंहदी
अक्सर गर्मियों के दिनों में पैरों में जलन होने लगती है। ऐसे में पैरों पर मेंहदी के लेप को लगाने से आराम मिलता है।
Source : http://hindi.healthsamachar.in/mehndi-ke-fayde/
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