आप अपने स्वाद के हिसाब से इसे अन्य मनचाही सब्जियों में मिलाकर बना सकते हैं. चौलाई के पत्ते को मूंग के दाल के साथ मिला कर बहुत ही स्वादिष्ट सब्जी बनायी जाती है। कुछ घरों में मूंग दाल की जगह उरद (Tur Dal) को मिलाकर भी बनाते हैं।चौलाई में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, कैल्शियम और विटामिन-ए, मिनिरल्स और आयरन प्रचुर मात्रा में पाए जाते है। इसमें सोना धातु पाया जाता है जो किसी और साग-सब्जियों में नहीं पाया जाता। औषधि के रूप में चौलाई के पंचांग यानि पांचों अंग-जड, डंठल, पत्ते, फल, फूल काम में लाए जाते हैं। इसकी डंडियों, पत्तियों में प्रोटीन, खनिज, विटामिन ए, सी प्रचुर मात्रा में है।
- पेट या आमाशय में कोई रोग हो तो रोज चौलाई का साग खाने से लाभ मिलता है। कोलाइटिस के रोगियों के लिए ये बहुत ही उपयोगी हैं।
- शरीर में जलन हो रही हो चौलाई का काढा लाभदायक होता है।
- चौलाई की जड़ के साथ पंद्रह दाने काली मिर्च एक साथ पीस कर चावलों के धोवन में घोल कर पिलाने से लाभ मिलता है।
- पथरी में चौलाई का साग चालीस दिनों तक प्रतिदिन खाने पर पथरी गल जाती है।
- चौलाई जलाकर राख बना लें, उस राख को पानी में मिलाकर लेप बनाएँ, इस लेप को मुंह में लगाकर सूर्य की किरणों में बैठने से कील मुंहासे और झाइयों में लाभ होता है।
- चौलाई के तेल और पेप्टाइड में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होता हैं, जो दर्द और सूजन को सहजता से कम करता हैं। ये पुराने दर्द में भी बहुत लाभदायक हैं।
- कैंसर की रोकथाम चौलाई में मौजूद पेप्टाइड शरीर में सूजन दूर करने के साथ कैंसर के विकास को रोकने में बहुत मददगार हैं, इसमें मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट की वजह से कोशिकाओ को क्षतिग्रस्त होने से बचाता हैं।
- चौलाई का सेवन गठिया, ब्लडप्रेशर और हृदय रोगियों के लिए लाभदायक है।
- खूनी बवासीर हो या मूत्र में खून आता हो, चौलाई के पत्ते पीस कर मिश्री मिलाकर शरबत बनाकर 3 दिन लगातार पीजिये।
- शरीर में जलन हो रही हो तो चौलाई का काढा बनाकर पीजिये ।
- छोटे बच्चों को कब्ज होने पर उन्हें औषधि के रूप में 2-3 चम्मच चौलाई का रस पिलाने से लाभ होता है।
- पेट के विभिन्न रोगों से छुटकारा पाने के लिए सुबह शाम चौलाई का रस पीने से लाभ मिलता है।
- बालों के टूटने की परेशानी को दूर करने के लिए मौसम में चौलाई का रस 15 मि.ली. (एक बड़ा चम्मच) नियमित लें।
- यदि आप बालो के सफ़ेद होने से परेशान हैं तो चौलाई को अपने नित्य भोजन में शामिल करे, इसके सेवन से बालो के लिए मिनरल और विटामिन की पूर्ति होती हैं और असमय होने वाले सफ़ेद बाल वापिस काले होने लगते हैं।
- प्रसव के बाद अगर प्रसूता महिला को चौलाई का साग नियमित दिया जाए तो दूध की कमी नहीं रहती।
- नारियों को अपने स्तनों का आकार बढ़ाना हो तो अरहर की दाल के साथ चौलाई का साग पका कर चालीस दिनों तक लगातार खाइये,जड़ काटकर फेकना नहीं है वह भी पका देनी है।
- पेशाब में होने वाली जलन को शांत करने के लिए चौलाई के रस का कुछ दिनों तक सेवन करने से मूत्रवृध्दि होती है और जलन ठीक होती है।
- खून की कमी में चौलाई का लाल साग सब्जी के रूप में या सूप के रूप में लेने से लाभ मिलता है। हाथ-पैर, शरीर की जलन में एक कप चौलाई के रस में थोड़ी शक्कर मिलाकर पीने से लाभ मिलता है।
- फोड़े-फुंसी पर चौलाई के पत्तों की पुल्टिस बना कर लगाने से फोड़ा जल्द पक कर फूट जाता है। सूजन होने पर उस स्थान पर इसका लेप करने से सूजन दूर होती है।
- सबसे बड़ी बात हैं के ये पचाने में भी बहुत आसान हैं।
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गुण (Property) : चौलाई में विटामिन `सी´, विटामिन `बी´ व विटामिन `ए´ की अधिकता होती है। विटामिनों की कमी से होने वाले सारे रोगों में चौलाई का रस विशेष लाभ प्रदान करता है। चौलाई का रस शरीर को स्वस्थ करता है तथा शरीर को तरावट देता है। गर्मी को शान्त करती है तथा शुद्ध खून पैदा करती है। यह प्यास को रोकती है। खांसी के लिए लाभदायक होती है तथा पेशाब अधिक मात्रा में लाती है। गर्भावस्था के बाद अथवा अधिक मासिकस्राव या किसी भी कारण से हुए रक्तस्राव (खून बहना) से आई कमजोरी दूर करने में चौलाई का रस बहुत लाभदायक रहता है। शरीर की शिथिलता, कमजोरी दूर करने में, आंखों के रोगों में व रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में चौलाई का रस बहुत लाभदायक होता है। यह पेशाब के रोगों को नष्ट करती है और पेशाब की मात्रा भी बढ़ाती है। चौलाई एक बहुत ही उत्तम जहर को खत्म करने वाली सब्जी है यदि भूलवश कोई जहर या जहरीली दवा खा ली गई हो तो चौलाई का 1 गिलास रस उस जहर के असर को खत्म कर देता है। परन्तु ऐसे मामलों में योग्य चिकित्सक की राय भी ले लेनी चाहिए। चौलाई की सब्जी कब्ज को दूर करती है और मुंह के छालों को ठीक कर देती है। चौलाई का कच्चा रस 1 महीने तक नियमित रूप से कम से कम 150 मिलीलीटर तक लेते रहने से बाल टूटकर गिरने, झड़ने बंद हो जाते हैं और नये बाल उगने लगते हैं।
निवेदन : उपरोक्त पोस्ट में दी गयी जानकारी अच्छी लगे तो कृपया लेखक के उत्साहवर्धन के लिये एक कमेंट अवश्य करें। हमारे द्वारा पीलिया की दवाई मुफ्त में दी जाती है। जबकि-पैट में गैस, ऐसीडिटी, कब्जी, आँतों के अल्सर/छाले, लीवर/यकृत में सूजन/कमजोरी सिरदर्द, आधासीसी/माईग्रेन, पथरी, आसान और बिना सिजेरियन सुरक्षित प्रसव/डिलेवरी, विरह वेदना/प्रेम विछोह, डिप्रेशन, प्रदर, प्रमेह, शीघ्रपतन, यौन दुर्बलता, चिकनगुनिया/डेंगू के दर्द, सियाटिक आदि जटिल रोगों का बहुत कम खर्चे में उपचार किया जाता है। इसके अलावा दाम्पत्य विवाद समाधान के लिये भी सम्पर्क किया जा सकता है।नोट : कृपया उपचार के नाम पर गारण्टी देकर ठगने वालों से बचें और एक बार सेवा का मौका प्रदान करें। उपचारक बाद में पहले—स्वास्थ्य रक्षक सखा डॉ. पुरुषोत्तम मीणा-मोबाईल एवं वाट्स एप नम्बर : 9875066111.
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