विरह वेदना का उपचार करवाने में संकोच क्यों?
''यदि हम उदर वेदना, सिरो वेदना, दंत वेदना, कर्ण वेदना आदि का उपचार करवाने में संकोच नहीं करते तो फिर विरह वेदना का उपचार करवाने में ही संकोच क्यों?'' डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश' जी के उक्त शब्दों ने मुझे अन्दर तक झकझोर दिया।
मेरी बहिन को उसके पति के सहकर्मी से प्यार हो गया था। इतना प्यार कि वह उस प्रेमी के बिना जीने की कल्पना ही नहीं करना चाहती थी। पता चलने पर उसके पति ने उसकी खूब मारपीट की, भलाबुरा कहा। हम सभी भाईयों ने और हमारे माता-पिताजी ने भी उसे खूब भला-बुरा कहा और तरह-तरह से समझाया भी, लेकिन उस पर इसका कोई असर नहीं हुआ।
हमारे जीजाजी बहुत सज्जन इंसान होने के कारण, हमारी बहिन को माफ करने को सहमत हो गये। लेकिन वह अपने प्रेमी को भूलने और छोड़ने को तैयार ही नहीं हो रही थी। एक 2 साल का बेटा होने और जगहंसाई के डर से हम सभी अन्दर ही अन्दर घुट रहे थे। मगर हमारी बहिन किसी न किसी तरह से मौका निकालकर अपने प्रेमी से मिलने का अवसर निकाल ही लेती थी। जिसके कारण हमारे जीजाजी और बहिन में आये दिन घृहक्लेश रहने लगा। कुछ लोगों ने जादू-टोने, तंत्र-मंत्र आदि की सलाह दी। हमने सब-कुछ करवाकर देख लिया, लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ।
थक-हारकर इंटरनेट पर इसका कोई समाधान तलाशना शुरू किया। तो डॉ. निरंकुश जी की निम्न पंक्ति पढने को मिली:-
''विरह वेदना/प्रेम विछोह अर्थात् जुदाई और वियोग में रोते/तड़फते रहने वाले प्रेमियों की मनोदशा का उपचार किया जाता है।''
मैंने तुरंत डॉ. साहब को काल किया और सारी बात बतायी और पूछा कि क्या मेरी बहिन का कोई इलाज सम्भव है? इस पर डॉ. साहब ने कहा कि-
''यदि हम उदर वेदना, सिर वेदना, दंत वेदना, कर्ण वेदना आदि का उपचार करवाने में संकोच नहीं करते तो फिर विरह वेदना का उपचार करवाने में ही संकोच क्यों?'' डॉ. साहब ने कहा कि विरह वेदना का होम्योपैथी में सफलतापूर्वक उपचार सम्भव है!
इसके बाद मैंने अपनी बहिन की डॉ. साहब से मोबाईल पर बात करवाई। एक महिने के उपचार के बाद मेरी बहिन की स्थिति बदलने लग गयी। तीन महिने में वह अपने प्रेमी के वियोग से मुक्त हो चुकी है और अब वह अपने पति के साथ पूरी तरह से खुश है। इसके लिये मैं और हमारे सभी परिवारजन डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश' जी के दिल से अहसानमंद और ऋिणी हैं।-विनोद कुमार बदला हुआ नाम, इन्दौर, मध्य प्रदेश।
डॉक्टर टिप्पणी: 'विरह वेदना का उपचार सम्भव है।' यह बात बहुत से लोगों को अटपटी सी सग सकती है, लेकिन सच में विरह वेदना उपचार योग्य है। समस्या यह है कि हम में अधिकांश परम्परागत ज्ञान और सोच से हटकर सोचने के लिये सहमत ही नहीं होते हैं। होम्योपैथी में इस प्रकार के चमत्कारिक परिणाम सामने आने पर लोगों का आश्चर्य होता है।*-डॉ. पुरुषोत्तम मीणा, आॅल लाईन स्वास्थ्य रक्षक सखा। परामर्श समय: सुबह 10 से सायं 10 बजे के बीच। वाट्सएप नम्बर: 85-619-55-619, 19.10.2017*
NOTE: यहां पर सभी लेखों में लिखी गयी दवाईयों का विवरण जनहित में स्वास्थ्य और बीमारियों के बारे में जागरूकता के लिए लिखा गया है। पाठक कृपया स्वयं अपना इलाज करने का खतरा मोल नहीं लें। कृपया अपने चिकित्सक के परामर्श के बिना, सुझाई गयी (किसी भी प्रकार की) दवा का सेवन नहीं करें। [Please Do not take any (kind of) suggested medicine, without consulting your Doctor.] हमारे 95 फीसदी रोगियों को व्यक्तिगत रूप से हम से आकर मिलने की जरूरत नहीं पड़ती। यद्यपि रोगियों की संख्या अधिक होने के कारण, आपको इन्तजार करना पड़ सकता है। कृपया धैर्यपूर्वक सहयोग करें।
डॉ. पुरुषोत्तम मीणा
आॅन लाईन स्वास्थ्य रक्षक सखा
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